बैतूल। घोड़ाडोंगरी स्टेशन के पास शुक्रवार रात को एक मालगाड़ी अनियंत्रित हो गई जिससे इंजन और आठ डिब्बे पटरी से उतरकर पलट गए। दुर्घटना में बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए जिससे ट्रेक की बिजली व्यवस्था ठप हो गई। मालगाड़ी के ड्रायवर व पाइंट चलती ट्रेन से कूद गए जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई हैं।
वहीं इसके कुछ देर बाद यहीं से निकल रही गोरखपुर-सिकंदराबाद ट्रेन भी बिजली के खंभों से टकरा गई लेकिन ड्रायवर की सूझबूझ से उसमें कोई हादसा नहीं हुआ। इस कारण दिल्ली-भोपाल के बीच का रेल यातायात शुक्रवार रात सवा दस बजे लेकर सुबह सात बजे तक प्रभावित रहा।
बताया जाता है कि कोयले से भरी एक मालगाड़ी घोड़ाडोंगरी के पास शुक्रवार रात को दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मालगाड़ी का इंजन और उसके आठ डिब्बे पटरी से उतरकर पलट गई। इंजन विद्युत रेल लाइन के खंभों से टकराया जिससे तीन खंभे क्षतिग्रस्त हो गए। मालगाड़ी का ड्रायवर दुर्गेश कुशवाहा और पाइंट मैन जीतेंद्र देसाई गाड़ी से कूद गए जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। हालांकि सूत्र बताते हैं कि मालगाड़ी के ब्रेक में गड़बड़ी आ जाने की भनक ड्रायवर को लग गई थी जिससे वह पाइंटमैन के साथ कूद गया मगर इसकी रेलवे अफसर पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
मालगाड़ी के डिब्बों के ट्रेक पर पलटने से कोयला रेलवे लाइन पर बिखर गया। वहीं दूसरी तरफ से गोरखपुर-सिकंदराबाद भी उसी समय आई और मालगाड़ी दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हुए बिजली के खंभों से टकरा गई। यात्री ट्रेन की गति धीमी रफ्तार में थी जिससे बड़ा हादसा टल गया।
रात तीन बजे तक इस लाइन के दोनों ट्रेक पर यातायात बंद रहा। रात को तीन बजे इनमें से एक ट्रेक पर यातायात शुरू किया गया लेकिन बिजली नहीं होने से ट्रेनों को डीजल इंजन के माध्यम से आगे रवाना किया गया। सुबह सात बजे दोनों ट्रेक चालू तो हो गए लेकिन बिजली केवल एक ट्रेक पर होने से दूसरे ट्रेक की ट्रेनों को डीजल इंजन से निकाला गया।
No comments:
Post a Comment
Thanks to give u valuable feedback