खीरे या उसके जूस में पाए जाने वाले पोषक तत्व कब्ज और एसिडिटी की समस्या को दूर करते हैं। पाचनतंत्र को मजबूत बनाने के अलावा यह गेस्ट्रिक और छोटी आंत के अल्सर में मरीजों के लिए दवा का काम करता है। खीरे में 96 प्रतिशत पानी होता है, जो किसी भी कंपनी के बोतलबंद पानी से बेहतर है, जो प्राकृतिक रूप से शुद्ध होता है। खीरे में अल्कालिन फॉमिंग मिनरल्स (क्षारीय तत्व) होता है, इसीलिए इसे ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी प्रयोग किया जाता है। इसमें एंटीआक्सीडेंट का काम करने वाले विटामिन ए, सी, मैंगनीज, पोटेशियम, सिलिका और सल्फर होते हैं।
खीरा बहुत कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है। 100 ग्राम खीरे में 54 कैलोरी ऊर्जा होती है। इसलिए इसे खाने से वजन नहीं बढ़ता। यह ब्लड प्रेशर को भी कम करता है, लेकिन इस समस्या के मरीज खीरे में नमक लगाकर ना खाएं। खीरा शरीर से विषैले पदार्थो को यूरिन के रास्ते बाहर निकाल देता है।
बुखार आने पर खीरे का जूस पीएं। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित रखता है। यदि अपच की शिकायत हो, तो भोजन के साथ सलाद के रूप में खीरा खाएं। खीरे को गोल काटकर आंखों पर रखने से जलन दूर होती है। रोजाना सलाद के तौर पर काला नमक, कालीमिर्च और नीबू मिलाकर खाएं। रायता बनाकर भी खा सकते हैं।

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