Sunday, 27 July 2014

Kick biggest opener


सलमान खान की फिल्‍म 'किक' के दो दिन पहले से ही टिकटों का मारामारी चल रही थी. ऐसे में मेरा भी मन बना कि फिल्‍म देखनी चाहिए और जानना चाहिए कि क्‍या है ऐसा खास जो सलमान के पीछे सब भाग रहें है. शनिवार को मौका मिला और टिकट भी. लोगों की भीडभाड देखकर अच्‍छा लगा. उससे भी अच्‍छा लगा यह देखकर कि बहुत सारी फैमलीज भी आई थी. मुझे समझ नहीं आ रहा था कि अभी के वक्‍त में भी लोग अपनी फैमिली को लेकर आ रहें है. सीधी सी बात है आज की फिल्‍मों को परिवार के साथ देखना थोडा अटपटा सा लगता है. चलिए अब थियेटर के अंदर की बात हो जाए.
थियेटर में घुसकर देखा हाउसफुल था यहां तक सामने से पहली लाइन में भी दर्शक बैठे हुए थे. फिल्‍म शुरू हुई. सलमान के स्‍क्रीन पर आते ही थियेटर दर्शकों की तालियों और सीटीयो की आवाज से गूंज उठा. 
सलमान ने पहले हाफ में दर्शकों को हंसाने में कोई कमी नहीं छोडी. रोमांस किया, लेकिन किसी भी दर्शक की गरदन नीचे नहीं झुकी. फिल्‍म में एक मनचले युवक का किरदार निभाते हुए दर्शकों के दिलों को फिर एक बार जीत लिया. प्‍यार में होती तकरार को, नोंक-झोंक को बहुत ही बेहतरीन तरीके से दिखाया, अश्‍लीलता से नहीं. गानें भी दर्शकों को बेहद पसंद आये. पहले हाफ को देखकर लगा कि ये फिल्‍म भी तो और फिल्‍मों की तरह ही है. इंटरवल तक फिल्‍म पसंद आयी लेकिन सलमान कुछ अलग करते है वो नजर नहीं आया.
इंटरवल के बाद सलमान के लुटेरे के रूप में सामने आए. शायद इसलिए क्‍योंकि इंटरवल से पहले अभिनेत्री जैकलीन फर्नाडीज ने सलमान को कहा था 'कि वो पैसा कमाये. पैसा ही सबकुछ होता है.' पुलिस को चकमा देकर चोरी करना, रणदीप हुड्डा(पुलिसवाले के किरदार में) को फोन कर बताना कि 'वो चोरी करने वाला है अपने फोर्स के जितना चाहे दम लगा ले.' फिल्‍म में ऐसा कुछ खास तो नजर नहीं आ रहा था. 
फिर आया फिल्‍म को आखिरी पडाव जिसे देखकर सबकी आंखे नम हो गई. थियेटर के अंधेरे में लोगों की नम आंखें तो नहीं दिखी लेकिन थियेटर के शांत माहौल से इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता था. सलमान ने पैसे चोरी किए क्‍यों   क्‍योंकि एक नन्‍ही सी जान का ऑपरेशन होना था. वह अपने मां-बाप को इंतजार कर रही थी कि वे पैसे लेकर आएंगे और उसका ऑप्‍रेशन होगा. लेकिन उसके गरीब मां-बाप ने आत्‍महत्‍या कर ली क्‍योंकि वे अपनी बेटी के ऑपरेशन के लिए पैसे नहीं जोड पाए. सलमान की वह बच्‍ची तो रिश्‍ते में कुछ नहीं लगती थी फिर भी वो गिडगिडाया, लोगों के सामने झुककर पैसों को इंतजाम किया. इस सीन को देखकर लगा कि वाकई कुछ खास है इस फिल्‍म में. फिल्‍म खत्‍म होते-होते दर्शकों को काफी कुछ सिखाकर गई. 
इस फिल्‍म में सभी कलाकारों ने जी जान लगाकर मेहनत की. नवाजुद्दीन सिद्दीकी, रणदीप हुड्डा, जैकलीन फर्नाडीज, मिथुन चक्रवती, अर्चना पूर्ण सिंह सभी ने अपनी भुमिका को बेहतर निभाया. पहले दिन शुक्रवार को भारतीय बाजार में 26.4 करोड़ की शानदार ओपनिंग की और 2014 में पहले दिन सबसे ज्‍यादा कमाई का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. फिल्‍म को देखने के बाद दर्शकों ने दो मिनट तक खडे होकर तालियां बजाई. सलमान खान की फिल्‍म 'किक' ने बॉक्‍स ऑफिस पर धमाकेदार कमाई की. शुक्रवार को रिलीज इस फिल्‍म ने दर्शकों को थियेटरों में बांधे रखा. उम्‍मीद से बढकर इस फिल्‍म ने बॉक्‍स ऑफिस पर रिकॉर्ड कायम किए. पहली बात तो ये कि यह इकलौती फिल्‍म है जो भारत के चार हजार चार सौ स्‍क्रीन पर एक साथ दिखाई दी. 
बॉक्‍स ऑफिस पर तो इस फिल्‍म ने धमाकेदार इंट्री तो की ही, दर्शकों के दिलों में जगह बनाने में यह फिल्‍म कामयाब रही. सचमुच दर्शकों को ऐसी फिल्‍में दिखाकर सलमान को 'किक' मिलती है.   

Pears are helpful to removing hiccups

नई दिल्ली : बारिश का मौसम आते ही लोग बीमार पड़ने लगते हैं। लोग सबसे ज्यादा वायरल बुखार का शिकार बनते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग अपने खाने के बारे में ज्यादा ध्यान रखें। सेहत बनाए रखने में मौसमी फल काफी कारगर साबित होते हैं। बारिश के मौसम में नाशपाती से कई बीमारियों को मात दी जा सकती है। नाशपाती में सेब की तरह औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसमें विटामिन, एंजाइम और पानी में घुलनशील फाइबर समृद्ध मात्रा में पाए जाते हैं।
नियमित रूप से नाशपाती का जूस पीने से आंतों में हुई गड़बड़ी को नियंत्रित किया जा सकता है। नाशपाती विषाक्त पदार्थो और रसायनों के संपर्क में आने से बड़ी आंत की कोशिकाओं की रक्षा करती है। इसका जूस दिन में दो बार पीने से कफ कम होकर गले की खराश दूर होती है।
इसे खाने से शरीर का ग्लूकोज ऊर्जा में बदल जाता है। जब भी आप थका हुआ महसूस करें तो नाशपाती खाएं आपको फौरन एनर्जी मिलेगी। नाशपाती का जूस शरीर के तापमान को कम कर बुखार में राहत पहुंचाता है।

Friday, 25 July 2014

No more wait for Blackmoney


नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि सरकार विदेशी बैंकों में जमा भारतीयों के काले धन को वापस लाने के लिए तेजी से काम कर रही है।

लोकसभा में वित्त विधेयक पर चल रही चर्चा के दौरान जेटली ने कहा, मुझे विश्वास है कि काले धन की देश में वापसी देखन के लिए आपको अधिक लंबा इंतजार नहीं करना होगा। लोकसभा में शुक्रवार को वित्त विधेयक ध्वनि मत से पारित हो गया।

उन्होंने कहा, हमारी सरकार ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। यदि एसआईटी कोई कदम उठाना चाहेगी, तो हम उसे पूरा सहयोग देंगे। जो भी सूचना हमें मिल रही है, उसे हम सर्वोच्च न्यायालय को भी दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह पूरे देश की चिंता का विषय है और हर एजेंसी को इस दिशा में यथा संभव योगदान करना चाहिए।

अनौपचारिक अनुमानों के मुताबिक विदेशी बैंकों में 462 अरब डॉलर से 14 खरब डॉलर तक काला धन जमा हो सकता है।

उन्होंने कहा, क्षेत्राधिकार के सवाल पर उलझने की जरूरत नहीं है कि यह अदालत का विषय है या हमारा विषय।

http://khabar.ndtv.com/news/business/wait-not-long-to-get-black-money-back-arun-jaitley-593830

kick



सलमान खान इस दफा डेविल बनकर अपने ही अंदाज में अपनी ईदी लेने आए हैं, जिसे वह लेकर आराम से निकल जाएंगे। यह फिल्म आपको हिला-डुलाकर 'किक' दे ही देगी।

'किक' 2009 में इसी नाम से आई तेलुगु फिल्म की रीमेक है। सलमान का वही अंदाज, वही राग लेकिन 'किक' नई। फिल्म देखते हुए आपको लगेगा कि ये हो क्या रहा है। सलमान को देसी रॉबिनहुड कहें तो शक ना करें, क्योंकि फिल्म में तो वह रॉबिनहुड के भी बाप हैं। वह जब चाहें, जो चाहें कर सकते हैं? पुलिस की भीड़ पीछे और बच कर निकल सकते हैं? वह 45 की उम्र में भी पुलिस में भर्ती हो सकते हैं और सीधे होम मिनिस्टर की सिफारिश पर केस हैंडल कर सकते हैं। वह एमएलए की बेटी को उठाकर 25-30 गुंडों के बीच शादी करवा सकते हैं। यही नहीं और भी बहुत कुछ। चेतन भगत के ऊल-जलूल लॉजिक में सलमान के स्टारडम के तड़के वाली डिश है 'किक', जिसमें हॉलीवुड फिल्मों के एक्शन को पिरो दिया गया है।

कहानी: फिल्म की कहानी देवी लाल सिंह (सलमान खान) के इर्द-गिर्द घूमती है। देवी सिविल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएट है और वह 30 से भी ज्यादा नौकरियां खाली अपनी किक (एनर्जी, एडवेंचर या सिंपल कहें तो मजा) के चक्कर में छोड़ चुका है, क्योंकि उसे अपने काम से किक नहीं मिलती। देवी लोगों की मदद करता है और इससे उसे किक मिलती है। एक दिन देवी अपने दोस्त की शादी उसकी प्रेमिका से करवाने के लिए एमएलए की बेटी को भगा ले जाता है। यहीं उसकी मुलाकात एक साइकोलॉजिस्ट शानिया (जैकलीन फर्नांडिज) से होती है। देवी उसे पहली ही नजर में दिल दे बैठता है। शानिया भी शुरुआत में देवी की हरकतों से परेशान हो उसे हेडेक बता कर दूर भागती है, लेकिन फिर जैसा कि फिल्मों में आम तौर पर होता है, शानिया को देवी से प्यार हो जाता है। शानिया देवी को अपने पिता (सौरभ शुक्ला) से मिलवाती है।
 
इसी मुलाकात के दौरान शानिया के पिता देवी से घरजमाई बनने की बात कह देते हैं, क्योंकि देवी कोई काम नहीं करता। देवी को यह बात पसंद नहीं आती और वह उठकर चल देता है। शानिया भी देवी के पीछे जाती है और अपने पिता की बात को जायज ठहराती है। देवी इस बात से नाराज होकर कि क्या पैसा कमाना ही सबकुछ है, कहकर शानिया से दूर हो जाता है और पैसे कमाने को ही अपनी किक बना लेता है। शानिया देवी से दूर बर्लिन में एक साल तक नॉर्मल होने की कोशिश में जुटी है, जबकि उसके पिता चाहते हैं कि वह शादी कर ले। इस बीच हिमांशु त्यागी (रणदीप हुड्डा) जो एक जाबांज इंडियन कॉप (पुलिसकर्मी) है, अपने केस के सिलसिले में बर्लिन पहुंचता है। शानिया के पिता उससे हिमांशु से मुलाकात करने की बात कहते हैं। हिमांशु को डेविल की तलाश है, जिसका चेहरा किसी ने नहीं देखा है। देवी जो डेविल बन चुका होता है, हिमांशु को चैलेंज देकर चोरियां करता है और बच निकलता है। एक वारदात के दौरान डेविल का चेहरा शानिया और हिमांशु, दोनों के सामने उजागर हो जाता है, लेकिन वह बच निकलता है। इसके बाद की कहानी देवी के डेविल बनने के किस्से को समेटती हुई हॉलीवुड के देसी एक्शन और 'टॉम एंड जैरी' स्टाइल में अंत तक पहुंचती है।
 
आखिर देवी क्यों डेविल बना? डेविल क्यों लोगों को लूट रहा है? डेविल का मकसद क्या है? क्या डेविल अपने काम में कामयाब हो पाता है? क्या शानिया को देवी वापस मिल पाता है? क्या हिमांशु त्यागी अपने इस मिशन को भी पूरा कर पाता है? इन्हीं तमाम सवालों का जवाब समेटती हुई फिल्म अपने अंत तक पहुंचती है। 
 
एक्टिंग: सलमान खान डेविल और देवी लाल दोनों जगह अपनी हटके, हमेशा एनर्जेटिक और लाउड एक्टिंग से अपने किरदार को जीते हैं। जैकलीन फर्नांडिज के हिस्से जितने भी सीन्स फिल्म में आए, वह जमी हैं। फिल्म का सरप्राइज पैकेज हैं नवाजुद्दीन सिद्धिकी। नवाजुद्दीन के हिस्से स्क्रीन पर बमुश्किलन 15 से 18 मिनट आए हैं, लेकिन वह अपने किरदार में जमे हैं। कॉप की भूमिका में रणदीप हुड्डा ने बेहतरीन काम किया है। मिथुन, अर्चना पूरण सिंह, सौरभ शुक्ला और संजय मिश्रा ने अपने किरदारों के साथ न्याय किया है।
 
डायरेक्शन: साजिद नाडियाडवाला की बतौर डायरेक्टर यह पहली फिल्म है। साजिद ने अपनी पहली फिल्म के हिसाब से कुछ कमियों को छोड़ दें, तो ठीक-ठाक काम किया है। फिल्म का फर्स्ट हाफ इंट्रोडक्टरी मोड में है, जो कई जगह ऊबाऊ लगता है, लेकिन फिर फिल्म झट से ट्रैक पर भी लौट आती है। फिल्म का सेकंड हाफ ज्यादा कसा हुआ है। साजिद के निर्देशन में एक ही कमी खलती है कि वह पटकथा के मुताबिक सीन्स को टाइट करने के चक्कर में बहुत तेजी से कुछ ऐसे सीन्स फिल्म में पिरोते चले गए जो समझ से परे लगते हैं। अभी साजिद को बहुत कुछ सीखना है।
 
संगीत: हिमेश रेशमिया का संगीत अच्छा है। फिल्म में मिक्का का गाना 'जुम्मे की रात' लोगों की जुबान पर चढ़ा हुआ है। इसके अलावा, सलमान की आवाज में 'हैंगओवर' और 'डेविल' सॉन्ग भी लंबे-चौड़े प्रमोशन के चलते चर्चा पा गए। ओवरऑल फिल्म का संगीत अच्छा है।
 
क्यों देखें:  सलमान के फैन्स के लिए क्या फर्क पड़ता है, अगर उनकी एक्टिंग हमेशा की तरह ही लाउड हो। क्या फर्क पड़ता है वह रोते हुए अच्छे लगें, ना लगें और सबसे बढ़कर सलमान के डांस मूव्स तो एकदम नये हैं ही ना। फिल्म एंटरटेनिंग है। आप देख सकते हैं। बाकी सौरभ शुक्ला, नवाजुद्दीन सिद्धिकी, रणदीप हुड्डा, विपिन शर्मा, संजय मिश्रा और मिथुन चक्रवर्ती के साथ ढेर सारा मसाला इसे एक बार देखने लायक फिल्म बना ही देता है। 

Kapils father in law

Comedian Sunil Grover, whose popularity went several notches higher when he essayed the drag act of Guthhi on ‘Comedy Nights with Kapil’, is now back on the show. This time, Sunil will be seen as a stubborn and obnoxious father-in-law to the show's lead Kapil Sharma.

Here are few picture when the father-in-law Sunil Grover meets her daughter and Bittu Sharma and his entire family-