बेलो होरिजोंटे। एस्टेडियो मीनिएरो में फीफा विश्व कप 2014 के तहत ब्राजील और जर्मनी के बीच होने वाला मुकाबला कई मामलों में विश्व कप की पुरानी यादों को ताजा करने वाला होगा। विश्व कप के इतिहास में बेहद सफल यह दोनों टीमें आश्चर्यजनक रूप से सिर्फ दूसरी बार विश्व कप में एक-दूसरे का सामना करेंगी, जबकि ब्राजील जहां इससे पहले 10 बार अंतिम चार तक का सफर तय करने में सफल रहा है। वहीं जर्मनी रिकॉर्ड 12 बार अंतिम चार में शुमार रहा है।
पांच बार की चैंपियन मेजबान ब्राजील और तीन बार की चैंपियन जर्मनी इससे पहले 2002 में खिताबी भिड़ंत कर चुके हैं, जिसमें ब्राजील की 2-0 से विजय हुई थी। निश्चित तौर पर ब्राजील मंगलवार को उस इतिहास को दोहराना चाहेगा। ब्राजील इस मैच थोड़ा अधिक मुश्किल में नजर आ रहा है, क्योंकि उसका स्टार खिलाड़ी नेमार चोट के कारण विश्व कप से बाहर हो गया है और कप्तान थिएगो सिल्वा भी इस मैच में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। लेकिन, सिर्फ एक बात ब्राजील के पक्ष में जाती है। विश्व कप के इतिहास में किसी दक्षिण अमेरिकी देश की मेजबानी में अब तक कोई यूरोपीय देश चैंपियन नहीं बन सका है।
मेजबानी में चैंपियन बनने का इंतजार
दूसरी ओर ब्राजील को अभी भी अपनी धरती पर चैंपियन बनने का अवसर नहीं मिल सका है। ब्राजील की मेजबानी में इससे पहले सिर्फ एक बार 1950 में आयोजित फीफा विश्व कप में कोई फाइनल मैच हुआ ही नहीं था। राउंड रॉबिन लीग के तहत शीर्ष चार टीमों के बीच हुए मुकाबलों के आधार पर उरूग्वे विजेता बना था, जबकि ब्राजील को दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था।
तब फाइनल में नहीं पहुंच पाया था जर्मनी
दूसरी ओर जर्मनी की मेजबानी में 2006 में हुए फीफा विश्व कप में जर्मनी फाइनल में भी नहीं पहुंच सकी थी। हालांकि इससे पहले जर्मनी 1974 में अपनी धरती पर खिताब जीतने में सफल रहा था। तब ब्राजील चौथे स्थान पर रहा था और नीदरलैंड्स उपविजेता रहा था।
दिलचस्प संयोग
यह एक दिलचस्प संयोग ही है कि इस विश्व कप में अंतिम चार में पहुंचने वाली तीन टीमें 1974 के विश्व कप में भी अंतिम चार में पहुंची थी। आकड़ों पर गौर करें तो दोनों टीमों के बीच अब तक हुए कुल मैचों में ब्राजील का रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है। इस विश्व कप में हालांकि दोनों टीमों के प्रदर्शन में ज्यादा अंतर नहीं है। विश्व कप में अब तक खेले पांच मैचों में ब्राजील को तीन में जीत मिली है और दो मैच ड्रॉ रहे हैं। दूसरी ओर, इतने ही मैचों में जर्मनी चार मैच जीतने में सफल रहा है, जबकि एक ड्रॉ रहा। गोल करने के मामले में दोनों टीमों ने अब तक 10-10 गोल किए हैं, दोनों ही टीमों के 70 फीसदी शॉट निशाने पर लगे हैं। यह मैच दक्षिण अमेरिकी एवं यूरोपीय फुटबॉल की प्रतिनिधि टीमों के बीच है, इसलिए न सिर्फ इसके बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है, बल्कि यह दो खेल रणनीतियों के श्रेष्ठता की जंग भी है।

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